Diwali Puja Muhurat 2022: मां लक्ष्मी की कृपा पाने का खास मौका, इन शुभ मुहूर्त और विधि से करें पूजा

 Diwali Puja Muhurat 2022 दीपावली पर कोरोना के दो वर्षों बाद बाजारों में उत्साह देखने को मिल रहा है। दीपावली पूजा के लिए लक्ष्मी गणेश की चांदी की मूर्तियों सहित पुराने सिक्के की मांग बढ़ी है। लेकिन लक्ष्मी पूजन की अवधि एक घंटा 23 मिनट की है।


दीपावली के त्योहार पर मां लक्ष्मी की कृपा पाने का सबसे बड़ा और खास मौका होता है। दीपावली हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस साल अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर को शाम पांच बजकर 27 मिनट से प्रारंभ होगी जो 25 अक्टूबर को शाम चार बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी। दीपावली लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम छह बजकर 53 मिनट से रात आठ बजकर 16 मिनट तक रहेगा। लक्ष्मी पूजन की अवधि एक घंटा 23 मिनट की है।


दीपावली के चलते लड़ियों से सजे घर, शाम को पूजा कर मांगे सुख व समृद्धि की मन्नत

दीपावली के चलते लोगों ने लड़ियों से अपने घरों को सजाया है। शाम के समय लोग  लक्ष्मी व गणेश की पूजा कर सुख व शांति की मन्नत मांगेंगे। रात को अंधेरा होने पर जगमगाती लड़ियाें से घर सुंदर लग रहे हैं। इसके अलावा शाम के समय लोगों ने घरों में मोमबत्तियां व दीये भी जलाते हैं। दीपावली का पर्व हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। भगवान श्री राम 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या वापस लौटे थे। भगवान श्री राम के अयोध्या वापस लाैटने पर लोगों ने घी के दीये जलाए थे। तभी से ही दीपावली का पर्व मनाया जाता है।

इस दिन बर्तनों के साथ-साथ झाडू खरीदना शुभ माना जाता है

जागरण संवाददाता, पानीपत : बाजार पर दो वर्ष की कोरोना की सुस्ती रविवार को छोटी दीपावली और धनतेरस की खरीद के साथ ही दूर हो गई। सब्जी मंडी, इंसार बाजार, किशन पुरा, रामलाल चौक, असंध रोड, गोहाना रोड, सनौली रोड सहित सुभाष बाजार, हलवाई हट्टा पर सुबह से ही सुबह से ही खरीदारी के लिए ग्राहकों का उत्साह देखते ही बना। शाम को भी सब्जी मंडी में पैर रखने की तक की जगह नहीं थी।

इस बार धनतेरस की खरीद दारी के दो दिन के मुहूर्त थे। अलग-अलग वर्गों से जुड़े कारोबारियों को दीपावली सीजन 500 करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। सराफा बाजार अलग ही रौनक बरसा रहा था। हर कोई सोने-चांदी के गहनों की खरीदारी करता दिखा। कार व दोपहिया वाहनों के शोरूम में बुकिंग वाली गाड़ियों को उठाने ग्राहक पहुंच रहे थे। खरीदारी के इस उत्सव पर बाजार पर चांदी बरसती रही।


खूब बिकी चांदी के लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां

चांदी के गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों की भी जबरदस्त खरीदारी रही। सराफा कारोबारियों की दुकानों में जेवर खरीदने पहुंचे अधिकांश ग्राहकों ने इन्हें देखा और बहुत से लोगों ने खरीदारी भी की। चांदी की 500 ग्राम तक की मूर्तियों की बिक्री ही ज्यादा हुई।

जगमगाया बिजली बाजार पांच दिन के त्योहार के पहले ही दिन बिजली बाजार की रौनक देखने लायक थी। मोहल्लों में जितनी भी बिजली के उपकरणों की दुकानें हैं वे सभी एक दिन पहले से ही बिजली की झालर की बिक्री करने के लिए दुकानों को सजा कर बैठ गए थे।

कंबल की मांग भी निकली

पानीपत कंबल का गढ़ है। पिछले कई महीनों से कंबल की मंदी चल रही थी। दीपावली पर लोगों ने पैकिंग गिफ्ट देने के लिए कंबल खरीदे। कंबल उद्योग को बूस्ट अप मिला। कंबल कारोबारी नवीन बंसल ने बताया कि कंबल की मांग निकलना शुरू हो गया। भाव भी 10 रुपये किलो तक बढ़ चुके हैं। दीपावली के बाद कंबल का सीजन पीक पर होगा।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ