नागिन का गुस्सा बिहार के इस गांव वालो पर जब कहर बनकर टुटा, नागिन ने नाग का बदला लेने के लिए बदला भयानक रूप

 नाग नागिन की कहानियां की तो सदियों से चली आ रही है दादी नानी की कहानियों में भी नाग नागिन की कहानियों का जिक्र होता है जिनमें नाग होता है नागिन होती है और उनके पास एक मणि होती है जिसकी सुरक्षा करने के लिए वह नाग नागिन उसके सुरक्षा कवच बन के उस मणि की रक्षा करते हैं और कहते हैं यह मणि धारी नाग नागिन इच्छाधारी नाग नागिन होते हैं खैर यह सब कहानियों में चली आई बातें हैं लेकिन क्या कभी ऐसा भी होता है कहीं कहीं कुछ जगहों की किस्से कहानियां भी सुनने में आते हैं जो शायद रियल से लगते हैं तो आइए सुनाते आपको एक ऐसी ही कहानी….

दो दोस्तों की थी यह कहानी

इस कहानी के पहले भाग में सौरभ और गोपाल नाम के दोस्त रहते हैं जो दोनों ही बकरी चराने का काम करते थे और दोनों ही काफी गरीब परिवार से थे,और उसी जंगल में एक इच्छाधारी नाग नागिन का जोड़ा रहता था जो वहां पर अपनी नागमणि की रखवाली करता था 1 दिन सौरभ और गोपाल की बकरी चरा रहे थे तो उनमें से एक गोपाल की बकरी एक बकरी चरते चरते अंदर जंगल में चली गई जिसे खोजने के लिए गोपाल ने सौरभ से कहा कि तू मेरी बकरियां भी अपनी बकरियों के साथ लेते जा मैं अपनी उस एक बकरी को ढूंढ कर लाता हूं अपनी उस बकरे को ढूंढने के लिए जब वह जंगल के अंदर जाता है तो वहां का दृश्य देखकर हैरान रह जाता है उसे दूर से कोई एक चमकती हुई चीज दिखती है जिसे वह हीरा या कोई रत्न समझ लेता है और उसके पास जाता है।

नागमणि की खातिर ली नाग की जान

पास में जा कर देखता है तो वहां एक नागमणि थी,और उसके पास में एक नाग था जिसे वह पास पड़े डंडे से मार डालता है और मरने के बाद उसे वहां छोड़कर नागमणि लेकर के चला जाता है,और कुछ देर बाद जब नागिन वापस आती है तो अपने नाग को मरा हुआ पाती है और नागमणि गायब देखकर वह समझ जाती है उसने तुरंत अपनी शक्तियों से पता लगाया और उस इंसान से बदला लेने की ठानी,गोपाल नागमणि पाने के बाद काफी अमीर बन जाता है और 1 दिन वह नागिन खूब सुंदर स्त्री का रूप धरकर गोपाल को अपने प्यार के जाल में फंसा लेती है और गोपाल के गले से नागमणि निकलवा कर उसे डंस कर मार डालती है,और अपने नाग का बदला ले लेती है।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ