इतिहास के पन्ने: क्या मुगलकाल में तोड़े गए 60 हजार से ज्यादा मंदिर? जानें उन 10 मंदिरों की कहानी जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में

 इतिहास के पन्ने: क्या मुगलकाल में तोड़े गए 60 हजार से ज्यादा मंदिर? जानें उन 10 मंदिरों की कहानी जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में




  New Delhi काशी, मथुरा, दिल्ली, आगरा से लेकर मध्य प्रदेश के धार तक मंदिर-मस्जिद का विवाद जारी है। इन विवादों में हिंदू पक्ष का दावा है कि मुस्लिम आक्रांताओं ने हिंदुओं की आस्था (मंदिर ) पर चोट पहुंचाई थी। 60 हजार से भी ज्यादा मंदिरों को तोड़  मुस्लिम आक्रांताओं ने 


60 Thousand Temples Destroyed: मुगल काल में तोड़े गए थे 60 हजार से ज्यादा मंदिर?


काशी, मथुरा, दिल्ली, आगरा से लेकर मध्य प्रदेश के धार तक मंदिर-मस्जिद का विवाद जारी है।


इन विवादों में हिंदू पक्ष का दावा है कि मुस्लिम आक्रांताओं ने हिंदुओं की आस्था पर चोट पहुंचाई थी। 60 हजार से ज्यादा मंदिरों को तोड़ डाला गया था। कई मंदिरों को तोड़कर मस्जिदों का निर्माण कराया गया था। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि क्या सच में भारत में 60 हजार से ज्यादा हिंदू, जैन और बौद्ध मंदिरों को तोड़ दिया गया था? साथ ही उन 10 मंदिरों की कहानी बताएंगे जिसके बारे में पूरी दुनिया को मालूम है।



 



पहले जान लीजिए अभी किन-किन शहरों पर ज्यादा विवाद चल रहा है?


1. वाराणसी : काशी विश्वनाथ मंदिर से सटा ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद सबसे ज्यादा चर्चा में है। कोर्ट आदेश पर 17 मई से पहले इस परिसर का सर्वे होना है। हालांकि, इससे पहले मुस्लिम पक्ष इस सर्वे पर रोक लगाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है।


2. मथुरा : मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर विवाद है। 12 मई को इलाहाबाद हाई कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई। 13.37 एकड़ भूमि के स्वामित्व की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है। याचिका में पूरी जमीन लेने और श्री कृष्ण जन्मभूमि के बराबर में बनी शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की भी मांग की गई है। इस मामले में मथुरा की सेशन कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने इस मामले में 19 मई तक फैसला सुरक्षित रखा है।


3. दिल्ली : राजधानी दिल्ली स्थित कुतुब मीनार को लेकर भी विवाद जारी है। मीनार की दीवारों पर सदियों पुराने मंदिरों के अवशेष साफ दिखाई पड़ते हैं। इसमें हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और मंदिर की वास्तुकला मौजूद है। इसे मीनार के आंगन में साफ देखा जा सकता है। मीनार के अंदर भगवान गणेश और विष्णु की कई मूर्तियां हैं। कुतुब मीनार के प्रवेश द्वार पर एक शिलालेख है जिस पर लिखा है कि इसमें प्रयुक्त खम्भे और अन्य सामाग्री 27 हिन्दू और जैन मंदिरों को ध्वस्त करके प्राप्त की गई थी।


4. आगरा : ताजमहल को लेकर भी विवाद जारी है। इसे लेकर भी हाईकोर्ट में एक याचिका लगी थी। जिसे गुरुवार को कोर्ट ने खारिज कर दिया। याचिका लगाने वालों का दावा है कि ताजमहल तेजो महालय नाम का शिव मंदिर है।


5. धार : मध्य प्रदेश के धार में भोजशाला को लेकर विवाद है। इंदौर हाईकोर्ट में दो मई को याचिका दायर की गई है। इसमें भोजशाला को पूर्णत: हिंदुओं के अधिकार में देने की मांग की गई है।


क्या सच में 60 हजार से ज्यादा मंदिर तोड़े गए?

ये जानने के लिए हमने इतिहासकार अशोक गौतम से बात की। उन्होंने कहा, ‘मुगलकाल में आक्रांताओं ने काफी तरह से भारत की संस्कृति, हिंदू धर्म की आस्था को खंडित करने की कोशिश की। मंदिरों को तोड़ने का काम इसी में से एक है। मुगल काल में तोड़े गए मंदिरों की एकदम सही संख्या बता पाना मुश्किल है, क्योंकि उस दौरान का इतिहास भी मुगल शासकों ने अपने अनुसार लिखवाया था। हां, ये जरूर कहा जा सकता है कि कई हजार मंदिरों को मुगलों ने तोड़ दिया। कई के सबूत आज भी मौजूद हैं।’

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ